मगर वो ख़ौफनाक रात जैसे ख़त्म ही न होने को तैयार थी ! मगर वो ख़ौफनाक रात जैसे ख़त्म ही न होने को तैयार थी !
अपने प्यार के क़िस्से पढ़ कर, सुना -सुना कर हँसा रहा था। अपने प्यार के क़िस्से पढ़ कर, सुना -सुना कर हँसा रहा था।
हर बाधा का डटकर सामना करो और दुगुने उत्साह से रितु स्कूल चल पड़ी। हर बाधा का डटकर सामना करो और दुगुने उत्साह से रितु स्कूल चल पड़ी।
लेखक: सिर्गेइ पिरिल्यायेव अनुवाद : आ. चारुमति रामदास अपना सवाल लिए, कि मैं कब शादी लेखक: सिर्गेइ पिरिल्यायेव अनुवाद : आ. चारुमति रामदास अपना सवाल लिए, कि म...
मुख्यालय से आये साहब उन्हें गले लगाकर बोले कि-"आपकी पदोन्नति की जाती है !" मुख्यालय से आये साहब उन्हें गले लगाकर बोले कि-"आपकी पदोन्नति की जाती है !"
और रहस्य जानने के कारण कभी-कभी ऐसे जान से हाथ धोना पड़ता है। और रहस्य जानने के कारण कभी-कभी ऐसे जान से हाथ धोना पड़ता है।